औपिश के अनुसार, “तकनीकी विज्ञान का कला में प्रयोग है।” इस प्रकार तकनीकी का आधार विज्ञान है तथा इसका कार्य प्रयोगात्मक कला का विकास करना है।
‘शैक्षिक तकनीकी’ शिक्षा को तकनीकी के करीब लाने का प्रयास है। वस्तुत: शिक्षा तकनीकी शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है-शिक्षा और तकनीकी।
शैक्षिक तकनीकी में मुख्य दो बिन्दु निहित हैं : (1) शिक्षण उद्देश्यों की प्राप्ति कराना (2) शिक्षण की क्रियाओं का यांत्रिकीकरण करना।
शैक्षिक तकनीकी में तीन प्रक्रियायें निहित होती हैं, वे हैं :- (1) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का कार्यात्मक विश्लेषण करना।
(2) आदा (Input) तथा प्रदा (Output) के बीच शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में प्रयोग किये जाने वाले तत्त्वों की अलग अथवा संयुक्त खोज और विश्लेषण करना।
(3) प्राप्त किये गये सीखने के अनुभवों को अनुसन्धान के परिणामों के रूप में प्रस्तुत करना।
(1) शैक्षिक तकनीकी का उद्देश्य शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का विकास करना है।
(2) यह शिक्षा विज्ञान तथा शिक्षण कला की देन है।
(3) इसे शैक्षिक साधनों (रेडियो, दरदर्शन, टेपरिकॉर्डर) के साथ नहीं मिलाया जा सकता, यह तो एक अभिगमन है। (4) यह शिक्षा पर, विज्ञान तथा तकनीकी के प्रभाव का अध्ययन करती है।